आदिपुरुष फ़िल्म में दर्शाए गए भगवान श्री राम, हनुमान जैसे पात्रों के चित्रण को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अब तीखी टिप्पणी की है। इसने फिल्म आदिपुरुष के निर्माताओं की आलोचना की है और कहा है कि एक विशेष धर्म की सहिष्णुता के स्तर की परीक्षा क्यों ली जा रही है?
आदिपुरुष: हिन्दुओं की सहनशीलता की परीक्षा क्यों- हाई कोर्ट
- उत्तर प्रदेश
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- 27 Jun, 2023
आदिपुरुष फ़िल्म पर हिंदुओं की भावनाएँ आख़िर क्यों भड़कीं? इस फिल्म को बनाने वालों की आख़िर तीखी आलोचना क्यों की जा रही है? जानिए, अब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने क्या टिप्पणी की है।

आदिपुरुष फिल्म में तमाम किरदारों के डायलॉग को लेकर फ़िल्म के निर्माता-निर्देशक और डायलॉग लिखने वाले ग़ुस्सा झेल रहे हैं। वैसे, तो इस फ़िल्म के कई तथ्यों को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर जिसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया हुई है वह है- डायलॉग यानी संवाद, वीएफ़एक्स और कुछ पात्रों की वेशभूषा। इस सब को लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आई। फ़िल्म में 'मरेगा बेटे', 'बुआ का बागीचा है क्या' और 'जलेगी तेरे बाप की' जैसे डायलॉग को लेकर तो बेहद तीखी प्रतिक्रियाएँ आई हैं। इतना ग़ुस्सा झेलने के बाद फिल्म में बदलाव करने की बात कही गई।