अखिलेश यादव किसान आंदोलन के समर्थन में सड़क पर उतरकर संघर्ष कर रहे हैं। इससे उनके आलोचक और समर्थक दोनों ही आश्चर्यचकित हैं। उनके समर्थक कब से इस लम्हे का इंतजार कर रहे थे। वे मानते हैं कि उनके नेता के सड़क पर आए बिना काम नहीं चलेगा। नेताजी मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक हमसफर रहे कुछ वरिष्ठ नेता ज्यादा बेचैन थे। उन्होंने अखिलेश यादव को अपना नेता तो मान लिया है, लेकिन नेताजी की छवि उनके मानस पटल पर अभी भी अंकित है।