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अग्निपथः एडीजीपी प्रशांत बोले -'मामूली घटनाएं' हुईं, तो अलीगढ़, मथुरा में क्या हुआ

यूपी के एडीजीपी प्रशांत कुमार कह रहे हैं कि कुछ मामूली घटनाएं हुई हैं। बस, बलिया में एक ट्रेन को जलाया गया है। लेकिन एडीजीपी अलीगढ़, वाराणसी, मथुरा में हुई घटनाओं से शायद अनजान हैं या फिर उन्हें उनके मातहत अफसरों ने बताया नहीं होगा कि राज्य में कहां क्या हुआ है। 

एडीजीपी को शायद यह जानकारी नहीं दी गई है कि अलीगढ़ में जट्टारी कस्बे में पुलिसचौकी फूंक दी गई। उन्हें शायद यह नहीं बताया गया कि अलीगढ़-पलवल (हरियाणा) मार्ग पर अलीगढ़ जिले में यूपी रोडवेज की बस जला दी गई। बीजेपी नेता राजपाल सिंह की कार को आंदोलनकारियों ने अलीगढ़ में जलाकर राख कर दिया।  

एडीजीपी प्रशांत कुमार को शायद यह जानकारी नहीं दी गई कि मथुरा में राष्ट्रीय राजमार्ग को युवकों ने जाम कर दिया। उन्होंने भरतपुर मार्ग पर हरियाणा रोडवेज की बस जला दी। पुलिस को राष्ट्रीय राजमार्ग से आंदोलनकारियों को हटाने के लिए लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और फायरिंग तक करना पड़ी। आगरा में तो दिन से आंदोलन चल रहा है। ग्वालियर मार्ग को युवकों ने जाम कर दिया। कई बसों और अन्य वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए।

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वाराणसी जो प्रधानमंत्री का चुनाव क्षेत्र है, वहां से आए वीडियो बता रहे हैं कि प्रदर्शनकारी हाथों में डंडा और रॉड लेकर घूमते नजर आए। कई बसों के शीशे तोड़ दिए गए। रेल पटरी पर जलते टायर फेंके गए। वाराणसी कैंट में जमकर प्रदर्शन हुआ। इसी तरह इलाहाबाद में भी युवक प्रदर्शन से पीछे नहीं रहे। 

अगर इन्हें मामूली घटनाएं मान लिया जाए तो जिस तरह की कार्रवाई यूपी पुलिस ने कानपुर, इलाहाबाद में की गईं, क्या वो इससे भी भयानक घटनाएं थीं। सत्य हिन्दी ने शुक्रवार को यूपी के तमाम शहरों से मिली सूचनाएं प्रकाशित की थीं, जिनमें कहा गया था यूपी के दर्जन से ज्यादा जिले इस आंदोलन से प्रभावित हैं।

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क़मर वहीद नक़वी
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