राहुल गांधी से तीन दिन लगातार दसियों घंटे की थकाऊ पूछताछ । चौथे दिन भी बुलावा । इतनी लंबी पूछताछ का मतलब ? क्या जेल भेजना है या कांग्रेस को 70 के दशक की तरह ज़िंदा करना है ? आशुतोष के साथ चर्चा में अनिल त्यागी, विनय तिवारी, कार्तिकेय शर्मा और गुरदीप सप्पल ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।