आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को एलान किया है कि वह उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अकेले मैदान में उतरेगी। उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने ट्वीट कर कहा है कि पार्टी शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, रोज़गार, विकास के मुद्दे पर अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।
बताया गया है कि जितनी सीटें आम आदमी पार्टी मांग रही थी, सपा उतनी सीटें देने के लिए राजी नहीं थी।
माहेश्वरी ने कहा है कि पार्टी एक हफ़्ते के अंदर 100 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का एलान कर देगी। पार्टी कह चुकी है कि वह सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
अखिलेश-संजय सिंह मिले थे
बीते महीने जब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मुलाक़ात हुई तो थी यह बात सामने आई थी कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में दोनों दल साथ आ सकते हैं।
तब संजय सिंह ने कहा था कि हमारा लक्ष्य बीजेपी के कुशासन को हटाना है और इसीलिए हम साथ आने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं हो सका है।
बता दें कि अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय लोकदल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और महान दल के साथ गठबंधन फ़ाइनल कर लिया है और अब ये दल मिलकर 2022 का चुनाव लड़ेंगे।
संजय सिंह सांसद होने के साथ ही उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी के प्रभारी भी हैं। बीते डेढ़ साल से आम आदमी पार्टी का संगठन और संजय सिंह उत्तर प्रदेश में काफी सक्रिय हैं। संजय सिंह ख़ुद भी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से आते हैं। संजय सिंह की सियासी सक्रियता के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके ख़िलाफ़ कई जिलों में मुक़दमे दर्ज कर दिए थे।
देखना होगा कि आम आदमी पार्टी अकेले लड़कर कैसा प्रदर्शन कर पाती है। पिछली बार उसका अनुभव उत्तर प्रदेश में ख़राब रहा था लेकिन इस बार वह पांच राज्यों में से चार में पूरी ताक़त के साथ चुनाव लड़ रही है।
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