उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक मरीज के साथ कथित तौर पर भयावह लापरवाही किए जाने का मामला सामने आया है। वहाँ के एक निजी अस्पताल में एक डेंगू मरीज को कथित तौर पर प्लेटलेट्स वाले ख़ून के बजाय फलों का जूस चढ़ा दिया गया। मरीज के परिजनों का आरोप है कि जूस चढ़ाने के बाद मरीज की मौत हो गई। जिला प्रशासन द्वारा इस घटना की प्रारंभिक जांच के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है। कहा गया है कि अधिकारियों ने इस मामले में चूक का खुलासा किया है।
इस मामले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक शख्स आरोप लगा रहा है कि डेंगू के मरीज को प्लाज्मा की जगह मौसमी का जूस चढ़ा दिया गया।
प्रयागराज में प्लाज्मा की जगह मरीज को मौसमी का जूस चढ़ाने का आरोप, मरीज की हुई मौत। अस्पताल सील, सीएमओ ने गठित की जांच कमेटी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले- दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई। pic.twitter.com/8dCahEhqZ4
— निशीकांत त्रिवेदी (@nishikantlive) October 20, 2022
उस वीडियो में एक शख्स ब्लड बैंक लिखा एक बैग दिखाता है और कहता है कि प्रयागराज में कुछ सिरफिरे लोग हैं या फिर अस्पताल से जुड़े हुए कर्मचारी हैं या लोग हैं जो जान से खिलवाड़ करते हैं। वह शख्स वीडियो में आगे कहता है कि ख़ून के नाम पर मौसमी का जूस बेच देते हैं और इसे मरीज को चढ़ा भी दिया जाता है। वह कहते हैं कि ऐसे में लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
इस मामले में मरीज के परिवार ने राज्य सरकार से जिम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है।
पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा है कि ये लोग ब्लड बैंकों से प्लाज्मा लेते थे और उन्हें दोबारा पैक करके प्लेटलेट्स के रूप में बेच देते थे। बताना होगा कि डेंगू के मामलों में प्लेटलेट्स की मांग अधिक होती है। पुलिस अफसर शैलेश पांडे ने बताया कि हालांकि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों ने कहा है कि ऐसा नहीं हो रहा था और रक्त प्लाज्मा को ही प्लेटलेट्स के रूप में दिया जा रहा था।
पुलिस अफसर ने कहा कि हाल के दिनों में डेंगू तेजी से फैला है और इस वजह से प्लेटलेट्स की मांग बढ़ गई है। इसका फायदा उठाकर ये लोग ज्यादातर गरीब लोगों को ठग रहे थे।
एक रिपोर्ट के अनुसार प्रयागराज के ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में 32 वर्षीय मरीज के परिजनों को कथित तौर पर 'प्लाज्मा' के रूप में लिखे एक बैग में मौसमी के जूस की आपूर्ति की गई थी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार मरीज के परिवार का आरोप है कि अस्पताल की ओर से आपूर्ति किए गए बैग में से एक से ख़ून चढ़ाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई। मरीज को दूसरे निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई। उनके परिवार ने कहा, "इस दूसरे अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि 'प्लेटलेट्स' बैग नकली था और वास्तव में रसायनों और मौसमी जैसे जूस का मिश्रण था।"
शख्स के परिवार ने अस्पताल स्टाफ़ के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मरीज के एक रिश्तेदार सौरभ त्रिपाठी ने कहा, 'मेरी 26 वर्षीय बहन विधवा है। मैं चाहता हूं कि योगी आदित्यनाथ सरकार अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।'
इस वीडियो को साझा करते हुए एक यूज़र ने ट्वीट किया है कि 'अब तक आपने मज़ाक़ में सुना होगा, आज देख भी लीजिए...।'
अब तक आपने मज़ाक में सुना होगा आज देख भी लीजिए ।
— रवि हेमराज सिसौदिया (@ravisisodiya88) October 21, 2022
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक निजी अस्पताल में भर्ती मरीज को प्लेटलेट की जगह कथित तौर पर मौसंबी का जूस चढ़ा देने से मौत हुई मौत , प्रसाशन जांच में जुटा कड़ी कार्रवाई की कही जा रही बात ।@InfoUPFactCheck pic.twitter.com/Ut9oUtcxO1
योगी-राज में एक बार फिर मानवता शर्मसार हो गयी !
— Ajay Rai (@kashikirai) October 20, 2022
झलवा, प्रयागराज स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल ने डेंगू के मरीज प्रदीप पांडेय को प्लेटलेट्स की जगह मोसम्मी का जूस चढ़ा दिया , जिस कारण से मरीज की मौत हो गयी है ! pic.twitter.com/63C2NpJGL7
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने एक ट्वीट में कहा है कि अस्पताल में वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए अस्पताल को सील कर दिया गया है।
दोषी पाए जाने पर हॉस्पिटल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जायेगी।
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) October 20, 2022
प्रयागराज के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा है कि अस्पताल को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर सील कर दिया गया है और यह तब तक रहेगा जब तक कि नमूने का परीक्षण नहीं हो जाता।
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