कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मी जिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के दौरान शहीद हो गए, वह बेहद ही छंटा हुआ बदमाश है। दुबे को बचपन से ही जरायम की दुनिया में नाम कमाने का शौक था। वह काफी समय से गैंग बनाकर लूटपाट और हत्याएं कर रहा है और इसीलिए उसका एक लंबा आपराधिक इतिहास है।