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बीजेपी ने मजबूरी में वापस लिए कृषि क़ानून: अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश में बीजेपी के साथ सियासी जंग लड़ रहे सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में चुनाव को देखते हुए मजबूरी में कृषि कानून वापस लिए हैं। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार बनने पर उत्तर प्रदेश के लोगों को 300 यूनिट मुफ़्त बिजली देगी। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यह भी नहीं पता कि कितनी ट्रांसमिशन लाइन उत्तर प्रदेश में लगी हैं। अखिलेश ने पत्रकारों से सवाल पूछा कि क्या उन्होंने कभी मुख्यमंत्री के मुंह से ट्रांसमिशन लाइन शब्द सुना है। 

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विधानसभा चुनाव लड़ने के मुद्दे पर अखिलेश ने कहा कि जहां से पार्टी कहेगी वहां से चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि चाऊमीन के ठेले पर भी बीजेपी की जन विश्वास यात्रा से ज्यादा भीड़ होती है। 

इत्र कारोबारी और समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन के घर और दफ्तरों पर आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि जैन समाज अल्पसंख्यक है और बीजेपी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इत्र कारोबार से बड़े स्तर पर जैन समाज के लोग जुड़े हैं और इसीलिए उन पर हमला हुआ है। 

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बुल्ली बाई एप के बारे में भी अखिलेश यादव ने अपनी बात रखी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुसलिम महिलाओं के साथ जिस तरीके का व्यवहार सोशल मीडिया पर हो रहा है वह बेहद निंदनीय है। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार की इंटेलिजेंस आखिर क्या कर रही है। 

समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा कि जब इन्हें फ्लाईओवर दिखाना था तो कोलकाता का फ्लाईओवर दिखा दिया, जब इन्हें कारखाना दिखाना था तो अमेरिका का दिखा दिया और जब एयरपोर्ट दिखाना था तो चीन का दिखा दिया।

 

उन्होंने कहा कि एडीआर की रिपोर्ट आई है जिसमें सबसे ज्यादा दागी विधायक बीजेपी में है। बीजेपी ने ऐसे शख्स जिस पर तमाम धाराएं लगी हों, उसको मुख्यमंत्री बना दिया। 

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सामने हैं। अखिलेश ने महान दल, राष्ट्रीय लोकदल और ओम प्रकाश राजभर की पार्टी को अपने पाले में खींचकर ताक़तवर गठबंधन खड़ा करने की कोशिश की है। अब यह साफ दिख रहा है कि बीजेपी गठबंधन और सपा गठबंधन में जोरदार चुनावी मुक़ाबला होगा। 

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क़मर वहीद नक़वी
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