रेप और गैंगरेप की पीड़ा कितनी अंतहीन होती है, सामाजिक कलंक गहरा होता है, वह यूपी के शाहजहाँपुर के एक मामले से पता चलता है। 14 साल की उम्र में किशोरी से गैंगरेप हुआ। पीड़िता 27 साल बाद अब केस दर्ज करा पाई हैं। 27 साल बाद क्यों? इस सवाल का जवाब शायद आपके शरीर में सिहरन पैदा कर दे!
14 की उम्र में गैंगरेप, बेटे की ज़िद पर पीड़िता ने 27 साल बाद केस दर्ज कराया
- उत्तर प्रदेश
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- 7 Mar, 2021
रेप और गैंगरेप की पीड़ा कितनी अंतहीन है, सामाजिक कलंक गहरा है, वह यूपी के शाहजहाँपुर के एक मामले से पता चलता है। 14 साल की उम्र में किशोरी से गैंगरेप हुआ। 27 साल बाद अब महिला ने केस दर्ज कराया है।

गैंगरेप के बाद एक बच्चा जन्मा था। पीड़िता सामाजिक कलंक से बचना चाहती थीं। वह सामाजिक कलंक जो गैंगरेप करने वालों पर लगना चाहिए। पीड़िता सबकुछ भूल जाना चाहती थीं इसलिए बच्चे को एक जानने वाले को गोद दे दिया। सामान्य ज़िंदगी जीने के लिए ख़ुद की शादी भी कर ली। भूलने की हर मुमकीन कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। 27 साल बाद भी वह पीड़ा झेल रही हैं। गैंगरेप का पता चलने पर पति ने छोड़ दिया। अब वह बच्चा अपने बायोलॉजिकल पिता को ढूँढते हुए अपनी माँ के पास पहुँच गया। बायोलॉजिकल पिता का पता लगाने के लिए ही महिला ने अब रिपोर्ट दर्ज कराई है।