ग़ैर बीजेपी ग़ैर कांग्रेस राजनीतिक मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटे तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) को जगन मोहन रेड्डी के रूप में नया साथी मिल गया है। केसीआर के बेटे और तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के. तारक रामा राव (केटीआर) ने जगन से उनके घर पर मुलाक़ात की। उनके बीच संभावित ग़ैर बीजेपी ग़ैर कांग्रेस 'फेडरल फ़्रंट' के बारे में चर्चा की गई। हालाँकि इस मुलाक़ात के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान जगन ने फ़ेडरल फ़्रंट का हिस्सा बनने के साफ़ संकेत दे दिए हैं। ग़ौर करने वाली बात यह है कि केसीआर ने पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि वह आंध्र में जाएँगे और चंद्रबाबू नायडू के ख़िलाफ़ प्रचार करेंगे। अब केटीआर और जगन की मुलाक़ात से यह साफ़ हो गया है कि केसीआर आंध्र में जगन की ही मदद करेंगे।
केसीआर को मिला जगन का साथ, पर 'फ़ेडरल फ़्रंट' अब भी दूर
- राजनीति
- |
- |
- 16 Jan, 2019

बिना बीजेपी और बिना कांग्रेस के एक राजनीतिक मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटे केसीआर को जगन मोहन रेड्डी के रूप में नया साथी मिल गया है। तो क्या अब फ़ेडरल फ़्रंट का रास्ता आसान हो गया है?
वैसे, केसीआर की तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का अस्तित्व सिर्फ़ तेलंगाना में ही है, लेकिन जिस तरह से चंद्रबाबू नायडू ने कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) और तेलंगाना जन समिति के साथ मिलकर केसीआर के ख़िलाफ़ महागठबंधन खड़ा किया था उसने केसीआर को पूरी तरह से चंद्रबाबू विरोधी बना दिया। केसीआर संकेत दे चुके हैं कि आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वह चंद्रबाबू की हार के लिए काम करेंगे। केसीआर के साथी असदउद्दीन ओवैसी भी चंद्रबाबू के ख़िलाफ़ चुनाव प्रचार करने का एलान कर चुके हैं। आंध्र में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू को जगन चुनौती दे रहे हैं। जगन की सीधी टक्कर चंद्रबाबू से है। इसी वजह से जो चंद्रबाबू का विरोधी है वह उसके साथ खड़े नज़र आएँगे। केसीआर के मामले में जगन ने ऐसे ही किया है।