यूपी में सातवें चरण का चुनाव जातियों की जटिलता से लड़ने का चुनाव है। सातवां चरण 2019 में जितना मुश्किल था, 2024 में उससे भी ज्यादा मुश्किल है, क्योंकि विपक्ष ने कई सीटों पर पिछड़े वोटों में प्रत्याशी के जरिए सेंधमारी कर दी है। जानिए यूपी में सातवें और आखिरी चरण के चुनाव की राजनीति कुमार तथागत सेः
उत्तर प्रदेश में छठे चरण में 14 सीटों पर किस गठबंधन का पलड़ा भारी है? बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का या फिर इंडिया गठबंधन का? जानिए, इंडिया गठबंधन ने क्या 'खेल' कर दिया है।
लोकसभा चुनाव अब 5वें चरण में पहुंच गया है। इस चरण में दो बड़े फैसले होने हैं या कहिए कि दो पार्टियों की साख दांव पर लगी है। अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और रायबरेली में राहुल गांधी की जीत-हार से मोदी की साख और गांधी परिवार की राजनीति प्रभावित होने वाली है। इसके अलावा कई अन्य राज्यों में क्षत्रपों की राजनीति प्रभावित होने वाली सीटें इसी 5वें चरण में हैं।
बसपा मायावती ने पटना बैठक से ठीक पहले बयान दिया कि वो इस बैठक में शामिल नहीं होंगी। उनका यह स्टैंड शुरू से स्पष्ट था। लेकिन वो खुद ही बार-बार बता रही हैं कि विपक्षी एकता बैठक में शामिल नहीं होंगी। जानिए पूरी बातः