क्यों तनिष्क को अपना एक और विज्ञापन वापस लेना पड़ा? बिहार में किसकी बनेगी सरकार? अर्णब की मुश्किलें क्यों नहीं हो रहीं कम? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास के साथ।
तनिष्क का एक विज्ञापन फिर विवादों में है। वह विज्ञापन दीवाली को लेकर है। इसमें पटाखे नहीं जलाने की बात कहते सुना जा सकता है। यही बात कुछ लोगों को चुभ गई और सोशल मीडिया पर पटाखे नहीं जलाने की बात का बतंगड़ बना दिया गया।
विवाद का मुद्दा बनाए गए वीडियो विज्ञापन में एक ऐसी गर्भवती हिंदू महिला की ‘गोद भराई’ की रस्म के अत्यंत ही भावपूर्ण दृश्य हैं, जिसका विवाह एक मुसलिम परिवार में हुआ है।
ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क के विज्ञापन के मामले को अमित शाह ने 'ओवर एक्टिविज़्म' बताया है। इस विज्ञापन और सामाजिक तानाबाना को लेकर सवाल पर अमित शाह ने कहा कि ढेर सारे ऐसे हमले हुए हैं, लेकिन सामाजिक तानाबाना नहीं टूटा।
तनिष्क का डर जाना कितना वाजिब ? क्या कुछ जोमैटे से सीख सकता था तनिष्क? और कैसे बनाई जाती है कंपनियों से लेकर नेताओं की इमेज ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की खास बातचीत एड गुरू दिलीप चेरियन के साथ। Satya Hindi
व्यापक विरोध को देखते हुए तनिष्क ने स्वर्ण आभूषणों का अपना विज्ञापन रोक दिया है, लेकिन क्या उसने ऐसा करके सही किया है? क्या उसे विरोधियों के सामने इस तरह से घुटने टेक देने चाहिए थे? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
टाटा ग्रुप के ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क के नये विज्ञापन 'एकत्वम' का विवाद अब हिंसा की धमकी तक बढ़ गया है। सोशल मीडिया पर तनिष्क ब्रांड के बहिष्कार से शुरू हुआ मामला अब इसके कर्मचारियों की सुरक्षा के मसले तक पहुँच गया है।
तनिष्क ज्वैलरी के विज्ञापन 'एकत्वम' पर विवाद हो गया है। दक्षिणपंथी विचार वाले ट्रोलों ने तनिष्क एकत्वम विज्ञापन को लव जिहाद से जोड़ दिया और इसका बहिष्कार किया। इसके बाद तनिष्क ने एकत्वम विज्ञापन हटा लिया है। जानिए, क्या है पूरा मामला।
ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क के इस नये विज्ञापन का नाम 'एकत्वम' है। 45 सेकंड का यह विज्ञापन फ़िल्म दो अलग-अलग धर्मवलंबियों के बीच शादी पर आधारित है। इस विज्ञापन पर विवाद हो गया है और उस विज्ञापन को कथित तौर पर हटा लिया गया है।