तनिष्क के दूसरे विज्ञापनों की तरह ही मुसलिम सास और हिन्दू बहू का यह विज्ञापन भी बहुत ही सुंदर है। इसे वापस लेने का मतलब है यह मानना कि यह शरारतपूर्ण कल्पना है, यह कि इस तरह के रिश्ते वास्तव में नहीं होते। पर इस तरह के रिश्ते होते हैं। मैं एक जीता-जागता सबूत हूँ। उस विज्ञापन की अजन्मी बच्ची मैं हूँ।