सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी या उनकी हत्या हुई थी, इसकी जाँच में देशी की सबसे बड़ी तीन एजेंसियाँ- सीबीआई, ईडी और एनसीबी लगी रहीं लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला? आख़िर इतना हंगामा क्यों हुआ था?
सुशांत मामले की जांच के दौरान बिहार बीजेपी के नेताओं ने उद्धव ठाकरे सरकार और शिव सेना को निशाना बनाने की कोशिश की थी। अब बारी पलटवार की है और शिव सेना बिहार के चुनाव मैदान में कूद गयी है।
सुशांत केस के बहाने शिव सेना और उद्धव ठाकरे सरकार में शामिल एनसीपी और कांग्रेस को जमकर निशाना बनाया गया और सुशांत की मौत को बिहार की अस्मिता से जोड़ दिया गया।