25 साल तक साथ रहने के बाद जब शिव सेना-बीजेपी पिछले साल नवंबर में अलग हुए तो भी उनके रिश्ते इतने तल्ख नहीं थे। उद्धव ठाकरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मान करते थे और इस साल हुई बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर बीजेपी के तमाम नेता पहुंचे थे। ये एक-दूसरे के प्रति सम्मान रखने की बात थी और यह माना जाता था कि कट्टर हिंदुत्व की राजनीति करने वाले ये दोनों दल आने वाले समय में फिर से साथ आ सकते हैं। लेकिन सुशांत सिंह प्रकरण के कारण बीजेपी और शिव सेना के रिश्ते बेहद ख़राब हो गए हैं।