इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अभय कुमार दुबे और युवा इतिहासकार डॉ रमाशंकर सिंह ने महाभारत पर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला का लक्ष्य यह सिद्ध करने पर था कि उपनिवेशकों के दावे के विपरीत भारतीय समाज में नैतिकता, ईमानदारी और वीरता के उच्चतर मानवीय मूल्य उपस्थित रहे हैं। रामायण और महाभारत इसके प्रमाण हैं। लेकिन राजनीति ने इनका इस्तेमाल अपने मकसद के लिए किया। पढ़िये एक बहुत जरूरी लेख सिर्फ सत्य हिन्दी परः