संयुक्त राष्ट्र ने आज बुधवार को अपनी आबादी रिपोर्ट जारी कर दी है। जिसमें सबसे दिलचस्प जानकारी यही है कि भारत इस साल आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। भारत की आबादी इस समय 142.8 करोड़ है। जिसमें पिछले साल के मुकाबले 1.56 बढ़ोतरी हुई है। पढ़िए पूरी रिपोर्टः
चीन के सामने बुजुर्ग हो रही बड़ी आबादी का संकट है। पिछले कुछ वर्षों से जनसंख्या बढ़ाने के लिए चीन संघर्ष कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद 60 साल में ऐसा पहली बार हुआ जो बेहद गहरे संकट को दिखाता है।
यूएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में भारत की आबादी चीन को पीछे छोड़ देगी। लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है, चीन की आबादी भारत के मुकाबले क्यों घट रही है। सत्य हिन्दी पर जानिए यह दिलचस्प तथ्य।
दिल्ली में ज़हरीली हवा पर फिर से हंगामा शुरू हो गया है। यह हर साल होता है। बिल्कुल रस्म अदायगी की तरह! क्या वजह है कि सालों साल वही समस्या चली आ रही है? समस्या भी सामान्य नहीं है। आख़िर इसका समाधान क्यों नहीं हो रहा है?
जिस विशाल जनसंख्या को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल तक डेमोग्राफ़िक डिविडेंड बता रहे थे, अब उसे वे डेमोग्राफ़िक डिजास्टर बता रहे हैं। ऐसा क्यों? क्या कुछ महीने या साल में स्थिति इतनी बदल गई?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसंख्या विस्फोट की बात कर देश की सबसे बड़ी दूरगामी समस्या पर अंगुली रख दी है। पर सवाल यह है कि क्या वे इसे रोकने के लिए कोई कदम उठाएँगे?