2014 के लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी युवाओं को देश की ताक़त बताते थे। अब उन्होंने परोक्ष रूप से जनसंख्या को मुसीबत बताने का अभियान छेड़ दिया है। इस बार स्वतंत्रता दिवस वाले दिन लाल क़िले से प्रधानमंत्री ने जनसंख्या का मुद्दा उठाया और अब असम की बीजेपी सरकार के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने फ़ैसला लिया है कि 1 जनवरी 2021 से असम में उन व्यक्तियों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी, जिनके दो से ज़्यादा बच्चे हैं। बढ़ती बेरोज़गारी, भयावह मंदी और आर्थिक कुप्रबंधन के बीच अब सरकार ने यह बताना शुरू कर दिया है कि बढ़ती जनसंख्या मुसीबत है और वह इसमें कुछ नहीं कर सकती।