भारत तो नहीं, अलबत्ता पाकिस्तान जरूर श्रीलंका के रास्ते पर जा रहा है। पाकिस्तान के आर्थिक हालात कमोबेश श्रीलंका जैसे हो रहे हैं। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार दो महीने तक ही अपनी अर्थव्यवस्था को संभाल सकता है। दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके करीबी मनी लॉन्ड्रिंग के मुकदमे का सामना कर रहे हैं।