पीलीभीत में 1991 में फर्जी मुठभेड़ में 11 बेगुनाह सिखों को मार दिया गया था। सीबीआई जांच में इन्हें निर्दोष माना गया था। निचली अदालत ने आरोपी पुलिस वालों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। लेकिन अब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दोषी पुलिस वालों की सजा कम करके 7-7 साल की कैद कर दिया और जुर्माने का पैसा भी कम कर दिया। हाईकोर्ट के फैसले के दूरगामी नतीजे क्या निकलेंगे, इस पर विचार की जरूरत है।