दिल्ली की आबोहवा मंगलवार को खराब है। एयर क्वॉलिटी चेक करने वाले 38 निगरानी स्टेशनों में से 21 में AQI 490 या उससे ऊपर देखा गया। उधर बाकू में अंतरराष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में भारत और खासकर दिल्ली के प्रदूषण की चर्चा रही। कनाडा ने कहा कि गरीब देशों की मदद करना पड़ेगी। समझा जाता है कि कनाडा ने इस तंज के लहजे में भारत के लिए कहा, जिससे उसके संबंध खराब चल रहे हैं।
राजधानी दिल्ली सोमवार को धुंध की चादर में लिपटी हुई है। इसका असर ट्रेनों और फ्लाइट्स पर पड़ रहा है। प्रदूषण का लेवल बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। हर साल की तरह दिल्ली के प्रदूषण पर कोर्ट में फिर बहस हो रही है। और हमेशा की तरह सुप्रीम कोर्ट दिल्ली सरकार और अन्य सरकारी एजेंसियों को डांट-फटकार लगाकर अपने कर्तव्य पूरे कर लेगा।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पिछले कुछ दिनों से काफ़ी ज़्यादा बढ़ा हुआ है। जानिए, सरकार ने क्या-क्या क़दम उठाए हैं और इसको अब इतने सख़्त क़दम क्यों उठाने पड़े।
दिल्ली एनसीआर में दिवाली पर छोड़े गए पटाखों की वजह से वायु प्रदूषण बहुत बढ़ गया है। दिल्ली के 40 निगरानी स्टेशनों में से अधिकांश में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को "बहुत खराब" श्रेणी में रखा है।
दिल्ली के प्रदूषण पर आम आदमी पार्टी की सरकार और भाजपा नेताओं के बीच बयानबाजी जारी है। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार 14 नवंबर को भाजपा पर हमला किया। इससे पहले कई भाजपा नेताओं के ऐसे बयान सामने आए थे, जिसमें उन्होंने एक तरफ दिवाली पर पटाखा छुड़ाने को आस्था और धर्म से जोड़ दिया, जबकि आप सरकार पर प्रदूषण नहीं रोक पाने का आरोप लगाया।
दिल्ली एनसीआर में खराब और जहरीली हवा पर बढ़ती चिंताओं के बीच सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार 7 नवंबर को पंजाब सरकार से पराली जलाने पर तुरंत रोक लगाने का निर्देश दिया। पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों से पता चला है कि पंजाब में 2,060 ताजा पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं, जिससे सोमवार तक ऐसे मामलों की कुल संख्या 19,463 हो गई।
दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है। राजधानी में सभी प्राइमरी स्कूल 10 नवंबर तक बंद कर दिए गए हैं। इस बार भी वायु प्रदूषण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार एक दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं। सरकारें इंतजाम करती हुई दिखती हैं, करोड़ों रुपये खर्च करने की बात बताई जाती है लेकिन अगले साल हालत वहीं के वहीं रहते हैं।