ईरान-इज़राइल संघर्ष बढ़ने की आशंका का असर भारत पर अभी से दिखने लगा है। तो क्या अधिकतर तेल ज़रूरतों के लिए आयात पर निर्भर रहने वाले भारत के लिए स्थिति ख़राब होगी?
अमेरिका में कच्चे तेल का भाव ज़ीरो से नीचे चला गया। यह खबर तो खूब चली। लेकिन इस चक्कर में भारत के कमोडिटी बाज़ार में जो कत्लेआम हुआ वो भी कम नहीं। आलोक जोशी के साथ बातचीत में संदीप जैन बता रहे हैं कि कैसे ट्रेडरों को सैकड़ों करोड़ का घाटा कम हुआ और क्यों साँसत में है बहुत से ब्रोकरों की जान।
कच्चे तेल के बाज़ार में भारी गिरावट से हमें कितना ख़ुश होना चाहिए? अमेरिका में तेल का भाव ज़ीरो से कम हो गया, यानी बेचनेवाला तेल के साथ पैसे भी देने को तैयार। तो क्या भारत में पेट्रोल डीज़ल फ़्री मिलेगा? आलोक जोशी पूछ रहे हैं पेट्रोलियम और एनर्जी सेक्टर के विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा से।
सऊदी अरब पर यमन के बाग़ियों ने जो हमला किया है, उससे सारी दुनिया में ख़तरे की घंटियाँ बजने लगी हैं क्योंकि दुनिया के देशों को सबसे ज़्यादा तेल देनेवाला देश यही है। लेकिन भारत क्यों तमाशबीन बना हुआ है?
सऊदी अरब के अबक़ैक और ख़ुरैश स्थित तेल संयंत्रों पर ड्रोन हमले की वजह से अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल बाज़ार में आग लग चुकी है और क़ीमत प्रति बैरल 12 डॉलर बढ़ चुकी है। इसका भारत पर क्या असर पड़ेगा?