तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार के तुरंत बाद यूपी की राजधानी लखनऊ में मोदी को जुमलेबाज़ और योगी को असली हिन्दुत्व ब्रांड बताने के होर्डिंग लगाने वाले अमित जानी की तलाश में पुलिस हाथ-पैर मार रही है जबकि वह खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैतृक घर से उनके पिता के साथ बैठकर बातचीत करने का विडियो जारी कर रहा है।
यह हाल तब है जब अमित जानी को पकड़ने के निर्देश खुद मुख्यमंत्री योगी ने जारी किए हैं। रविवार दोपहर अमित जानी का एक नया विडियो सामने आया है जिसमें वह योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट के साथ पंचूर गांव, पौड़ी गढ़वाल जिले में योगी के पैतृक आवास में बैठा है। विडियो में अमित जानी योगी के प्रधानमंत्री बनने की बात करते हुए आशीर्वाद माँग रहा है। योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट कह रहे हैं कि उन्हें खुशी होगी बेटे के प्रधानमंत्री बनने पर। कुछ पत्रकारों को वॉट्स ऐप मैसेज भेजकर अमित जानी ने कहा है कि उसने मुख्यमंत्री के पिता जी से आशीर्वाद लेकर आदियोगी परिषद का गठन किया है। अमित जानी ने फोट़ो और विडियो भेजे हैं। मेसेज में यह भी लिखा है कि लखनऊ के बाद पूरे देश को #YOGI4PM लिखे होर्डिंग से पाटने की तैयारी है। योगी के पिता के साथ अमित जानी की बातचीत का विडियो नीचे देखें -
ग़ौरतलब है कि तीन राज्यों के चुनाव नतीजे आने के अगले दिन विवादास्पद बैनर व होर्डिंग लगाने वाले अमित जानी पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफ़आईआर दर्ज हुई थी और मुख्यमंत्री योगी ने उसे दबोचने के निर्देश दिए थे। होर्डिगों में जुमलेबाज़ी का नाम मोदी और हिन्दुत्व का ब्रांड योगी बताया गया था। योगी को बीजेपी का चेहरा बनाने की वकालत करते हुए ये होर्डिंग अमित जानी की उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना की ओर से लगाए गए थे। तब से पुलिस की आँखों में धूल झोंकते हुए अमित जानी लगातार अलग-अलग जगहों से विडियो वायरल कर रहा है और चुनौती भरे बयान जारी कर रहा है।
अमित जानी कभी सपा में हुआ करता था और शिवपाल का क़रीबी था। सपा नेता आजम ख़ान के साथ उसकी तसवीरें भी सामने आई थीं। वह अखिलेश सरकार में मायावती की मूर्ति तोड़ने के मामले में जेल की हवा खा चुका है। जेल जाने के बाद कुछ दिन शांत बैठे अमित जानी ने उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना बनाकर बीजेपी के लिए काम करना शुरू कर दिया था।
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