बिहार में चुनाव नतीजे आने के बाद नीतीश सरकार ने शपथ भी ले ली। लेकिन चार दिन के भीतर ही शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी को इस्तीफ़ा देना पड़ गया। मेवालाल जेडीयू के नेता हैं न कि बीजेपी के। ऐसे में ये माना जा रहा है कि नीतीश कुमार को बीजेपी के दबाव में यह फ़ैसला लेना पड़ा है क्योंकि अगर मेवालाल को हटाना ही होता तो नीतीश उन्हें जेडीयू के कोटे से मंत्री क्यों बनाते और आरजेडी का कोई ऐसा प्रेशर नहीं है जो नीतीश को अपने मंत्री को हटाने के लिए मजबूर कर सके।
मेवालाल चौधरी पर भागलपुर स्थित बिहार कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर और कनिष्ठ वैज्ञानिकों की नियुक्ति में घपले सहित अपनी पत्नी नीरा चौधरी की मौत को लेकर भी गंभीर आरोप हैं।