दो दिन पहले ही एक सुरक्षाकर्मी और उनके ड्राइवर की हमले में मौत के बीच सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख ने कहा है कि मणिपुर की स्थिति को राजनीतिक समाधान की ज़रूरत है। पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने कहा है कि समुदायों के बीच काफ़ी ज़्यादा ध्रुवीकरण के कारण पूर्वोत्तर राज्य में छिटपुट हिंसा की घटनाएँ जारी हैं। तो सवाल है कि दो समुदायों के बीच ध्रुवीकरण कौन कर रहा है और उनके बीच किसने नफरत फैलाई?
मणिपुर में राजनीतिक समाधान की ज़रूरत: शीर्ष सैन्य अधिकारी
- राज्य
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- 22 Nov, 2023
मणिपुर में हिंसा शुरू हुए छह महीने से ज़्यादा हो गए हैं, लेकिन अभी भी हिंसा की छिट-पुट घटनाएँ क्यों हो जा रही हैं? इसका समाधान क्या है? जानिए, शीर्ष सैन्य अधिकारी ने क्या कहा है।

इस सवाल का जवाब बाद में पहले यह जान लें कि लेफ्टिनेंट जनरल का यह बयान क्यों आया है। उनका गुवाहाटी में यह बयान तब आया है जब एक सुरक्षाकर्मी और उनके ड्राइवर की हत्या के विरोध में मणिपुर के कांगपोकपी जिले में 48 घंटे के बंद के बीच आई है। सोमवार को घात लगाकर किए गए हमले में इंडिया रिजर्व बटालियन के एक कर्मी और उसके ड्राइवर की मौत हो गई थी। बंद का आह्वान करने वाली जनजातीय एकता समिति ने कहा है कि पीड़ित कुकी-ज़ो समुदाय से थे।