तिरंगे के लिए शुल्क? वो भी नरेंद्र मोदी सरकार के 'हर घर तिरंगा' अभियान के लिए? ये सवाल भले ही परेशान करे, लेकिन कुछ ऐसा ही आदेश जम्मू-कश्मीर के एक ज़िले में निकाल दिया गया था। विवाद के बाद अब उस पर सफाई दी गई है।
अनंतनाग: तिरंगे के लिए 20 रुपये जमा करने का आदेश ‘स्वैच्छिक’
- जम्मू-कश्मीर
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- 25 Jul, 2022
अनंतनाग में दुकानदारों से क्या कहा गया था। इस पर सवाल उठने के बाद क्या कार्रवाई की गई?

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के दुकानदारों से कहा गया था कि वे स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे झंडे के लिए डिपॉजिट फीस के तौर पर 20 रुपये का शुल्क दें। यह भी कहा गया था कि ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। लेकिन इस पर विवाद हुआ तो जिला प्रशासन ने कहा है कि झंडे लगाने वाला अभियान स्वैच्छिक है यानी यह पूरी तरह दुकानदारों की अपनी इच्छा पर निर्भर करता है।
बता दें कि इस साल 15 अगस्त को आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से अपने घरों पर तिरंगा लगाने की अपील की है। इसे हर घर तिरंगा अभियान का नाम दिया गया है।
दुकानदारों के लिए इस संबंध में लाउडस्पीकर के जरिए घोषणा की गई थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि देश भक्ति स्वाभाविक रूप से आती है और इसे किसी पर थोपा नहीं जा सकता। उन्होंने एक वीडियो भी ट्वीट किया था।