सोमवार को बुलंदशहर में गोकशी की अफ़वाह के बाद फैली हिंसा और एक पुलिसकर्मी की मौत के मामले में पुलिस ने बजरंग दल के नेता योगेश राज समेत पाँच लोगों को ग़िरफ़्तार किया है और दो एफ़आईआर दर्ज़ की हैं। पहली एफ़आईआर 27 लोगों के ख़िलाफ़ है जिनमें बजरंग दल, भाजयुमो और विहिप से जुड़े कई लोगों के नाम हैं। दूसरी एफ़आईआर 7 स्थानीय गो-तस्करों के ख़िलाफ़ है।
पुलिस के अनुसार, एफ़आईआर में अन्य जिन लोगों के नाम हैं उनकी विस्तृत पहचान की जा रही है। एफ़आईआर में योगेश राज, शिखर अग्रवाल और उपेंद्र राघव के अलावा विशाल त्यागी, सतेंद्र राजपूत, चमन पुत्र देवेंद्र, देवेंद्र पुत्र रामबल, रवि सैनी, आशीष चौहान, पूर्व प्रधान राजकुमार, जीतू उर्फ़ फौजी पुत्र राजपाल सिंह, सचिन पुत्र इलावत, रमेश जोगी, विनीत सौरभ, सुमित पुत्र, छोटू, सतीश, विकाश त्यागी, पवन, विक्रान्त त्यागी, बबलू, अंकुर, रोबिन, टिन्कू, गुड्डू और हरेंद्र के नाम शामिल हैं।
अराजकता की स्थिति थी
दो पुलिसकर्मियों की हालत नाज़ुक
हिंसा में दो अन्य पुलिस कर्मी भी घायल हुए थे। दोनों कर्मियों की हालत नाज़ुक बताई जाती है। बुलंदशहर में सोमवार को 'गायों के शव' मिलने की अफ़वाह से पूरे इलाके में तनाव फैल गया था। उसके बाद भड़की हिंसा और पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प में एक इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गई है। पुलिस का कहना है कि गन्ने के खेत में कुछ जानवरों के अवशेष मिलने के बाद लोग भड़क गए और भीड़ बेकाबू हो गई थी।
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