आने वाले कुछ महीनों में कर्नाटक में बड़ी चुनावी लड़ाई होनी है। राज्य में मई 2023 में विधानसभा के चुनाव होने हैं और यहां बीजेपी का सीधा मुकाबला कांग्रेस से है। बीजेपी इस बात को जानती है कि अगर उसे कर्नाटक की सत्ता में वापसी करनी है तो राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की नाराजगी को हर हालत में दूर करना होगा।
कर्नाटक: बीजेपी के लिए जरूरी है येदियुरप्पा को मनाए रखना!
- कर्नाटक
- |
- |
- 16 Dec, 2022
येदियुरप्पा न सिर्फ कर्नाटक में बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता हैं बल्कि पूरे राज्य में वे काफी लोकप्रिय हैं। बीजेपी नेतृत्व को भी इस बात का अंदाजा है कि येदियुरप्पा अगर नाराज़ रहे तो न सिर्फ लिंगायत समुदाय के लोग बल्कि किसान भी बीजेपी से दूर हो सकते हैं। यही वजह है कि बीजेपी नेतृत्व येदियुरप्पा को कतई नाराज नहीं रखना चाहता।

कर्नाटक में 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था और तब कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी। लेकिन यह सरकार 14 महीने ही चली थी और कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों की बगावत या ऑपरेशन लोटस की वजह से गिर गई थी।
इसके बाद येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी ने राज्य में सरकार बनाई थी।
पिछले साल बीजेपी ने जब येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाकर बसवराज बोम्मई को बैठाया था तो इस काम में उसके पसीने छूट गए थे।