उत्तर प्रदेश के बाद अब पूर्वोत्तर राज्य असम में भी सरकार ने निजी मदरसों पर नकेल कसने का फैसला किया है। सरकार ने राज्य के सभी मदरसों को 1 दिसंबर तक तमाम शिक्षकों के बारे में पूरी जानकारी मुहैया कराने का निर्देश दिया है। राज्य में एक हजार से ज्यादा निजी मदरसे हैं। बीते दिनों कथित आतंकवादी संबंधों के आरोप में कुछ मदरसा शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद यह फैसला किया गया है।
शिक्षकों के बारे में पूरी जानकारी दें सभी मदरसे: असम सरकार
- असम
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- 15 Nov, 2022

असम में बीते दिनों में तीन मदरसों पर बुलडोजर चल चुके हैं। अब राज्य की बीजेपी सरकार ने सभी मदरसों को 1 दिसंबर तक वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों के बारे में पूरी जानकारी देने को कहा है। इस क़दम का क्या मतलब है?
हिमंता बिस्वा सरमा सरकार अब तक तीन मदरसों पर बुलडोजर चला चुकी है। सरकार के इस फैसले की आलोचना हो रही है। लेकिन वह अपने फैसले का बचाव करने में जुटी है।
मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि असम इस्लामी कट्टरपंथियों का अड्डा बनता जा रहा है।
हाल में पुलिस महानिदेशक और दूसरे आला अधिकारियों, शिक्षा विभाग और मदरसा बोर्ड के प्रतिनिधियों के बीच आयोजित एक बैठक में यह सुनिश्चित करने पर सहमति बनी थी कि धार्मिक शिक्षा के नाम पर कोई भी चरमपंथी तत्व मदरसे में शरण न ले सके।