सदी की शुरुआत में सचिन तेंदुलकर ने घर में साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ 2-0 की हार के बाद मायूस होकर बेहद भारी मन से कप्तानी छोड़ दी। 5 साल बाद सौरव गांगुली को विवादों के बीच कप्तानी से हटा दिया गया। राहुल द्रविड़ को जब ये लगा कि वो ड्रेसिंग रुम की राजनीति को संभालने में नाकाम हो रहे हैं और उनके बल्ले से रन भी सूख रहे हैं तो उन्होंने 2007 में इंग्लैंड दौरा ख़त्म होने के बाद अचानक कप्तानी को अलविदा कह दिया।
कोहली ने बोर्ड को कप्तानी से हटाने का मौक़ा नहीं दिया!
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- 16 Jan, 2022

अपने 100वें टेस्ट की दहलीज़ पर खड़े कोहली शायद ये भांप चुके थे अगर इस बार भी फ़ैसला लेने में उन्होंने थोड़ी देर की या फिर नई ज़िद की तो बोर्ड और गांगुली बेहद निर्ममता से उनकी विरासत को ठेस पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
अनिल कुंबले कुछ ही वक़्त के लिए कप्तान बने लेकिन बढ़ती उम्र और अपनी फिटनेस को ध्यान में रखते हुए उन्होंने भी अचानक ही सीरीज़ के बीच में कप्तानी छोड़ दी। और महेंद्र सिंह धोनी का कप्तानी छोड़ने का क़िस्सा तो अपने आप में लाजवाब है। साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में हार के बाद जब विराट कोहली ने भी नाटकीय अंदाज़ में कप्तानी छोड़ने की घोषणा की तो उसमें तेंदुलकर से लेकर धोनी तक सारे फैक्टर मौजूद रहे।