अहमदाबाद में रविवार को वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 3 मैचों की वन-डे सीरीज़ का पहला मुक़ाबला रोहित शर्मा के लिए काफ़ी मायने रखता है। कोच राहुल द्रविड़ के लिए भी क्योंकि एक तरह से देखा जाए तो आधिकारिक तौर पर भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली का युग ख़त्म होने के बाद ये एक नये युग की शुरुआत है। लेकिन, इत्तेफाक़ देखिये कि ये मैच भारतीय वन-डे के इतिहास का 1000वाँ मुक़ाबला है।
1000वाँ वन-डे: वन-डे में भारत क्यों फिसड्डी बना हुआ है?
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- 28 Feb, 2022

1000वें वन-डे का जश्न मनाने की बजाए बीसीसीआई को ये सोचना चाहिए कि अब तक उनकी टीम ने सिर्फ़ 2 और ऑस्ट्रेलिया ने 5 वर्ल्ड कप क्यों जीते हैं? आज भी कंगारुओं ने भारतीयों से ज़्यादा वन-डे मैच क्यों जीत रखे हैं?
चूँकि, मौजूदा दौर मार्केटिंग का दौर है तो अचानक से ही इस आँकड़े को ज़रूरत से ज़्यादा सुर्खियाँ मिल रही हैं। आम-तौर पर क्रिकेट के संवेदनशील मुद्दे पर अपनी राय रखने से दूर रहने वाले इस फॉर्मेट के महानतम बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर ने भी दिल-खोलकर कर इंटरव्यू देना शुरू कर दिया तो वन-डे क्रिकेट का इतिहास फिर से चर्चा में आ गया।