पहली बार सौरव गांगुली जैसे ‘बंगाल के टाइगर’ की टक्कर ‘दिल्ली के बब्बर शेर’ से हुई है। पहली बार गांगुली को सरेआम किसी दिग्गज खिलाड़ी ने इतनी बुरी तरह से झकझोरा है। आप कह सकते हैं कि ग्रेग चैपल ने भी तो 2005 में यही किया था लेकिन वो भारतीय नहीं थे। लेकिन, विराट कोहली ना सिर्फ़ भारतीय हैं बल्कि गांगुली की तरह टीम इंडिया के लिए दिग्गज कप्तानों की श्रेणी में भी हमेशा गिने जायेंगे।
विराट के बयान पर क्यों खून का घूँट पी कर रह गये गांगुली?
- खेल
- |
- |
- 31 Jan, 2021

भारतीय क्रिकेट में रोहित बनाम विराट का मामला अभी ठीक से शांत ही हुआ था कि कि ‘दादागिरी’ बनाम ‘विराटगिरी’ का नया अध्याय शुरू हो गया है। कोहली ने खुलकर बग़ावत का ऐलान कर दिया है लेकिन दादा ने भले ही अनमने ढंग से ही सही लेकिन समझदारी और दूरदर्शिता दिखाई है।
गांगुली की तरह कप्तान के तौर पर टेस्ट क्रिकेट में तमाम उपलब्धियों के बावजूद वो भी वर्ल्ड कप जीतने में नाकाम रहे हैं। लेकिन, बल्लेबाज़ के तौर पर कोहली का दर्जा गांगुली से निश्चित तौर पर बड़ा है। लेकिन, गांगुली ने जिस तरीक़े से बड़े से बड़े विवादों से आसानी से निकलकर वापसी की, उसकी तुलना में विराट के पास सिर्फ़ अनिल कुंबले वाला एपिसोड ही है जहाँ उन्होंने खुलेआम भारतीय क्रिकेट के हर दिग्गज की अवहेलना की और सब पर भारी भी पड़े।