जब तक बीसीसीआई के खजाँची अरुण धूमल मीडिया रिपोर्टों को यह कहकर खारिज कर पाते कि विराट कोहली वर्ल्ड कप से ठीक पहले या उसके बाद कप्तानी छोड़ने वाले नहीं हैं, तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी। दरअसल, हक़ीक़त तो यही है कि बोर्ड चाहे कोई भी दलील दे, इस बात से क़तई इंकार नहीं किया जा सकता है कि कोहली पहली बार कप्तानी के मामले में बुरी तरह से फंस गये हैं।
कोहली के लिये क्या कप्तानी छोड़ने का वक़्त आ गया है?
- खेल
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- 14 Sep, 2021

क्रिकेट वर्ल्ड कप से पहले कोहली और रवि शास्त्री के सामने महेंद्र सिंह धोनी जैसे धुरंधर को ड्रेसिंग रूम में लाकर क्यों बिठा दिया गया? क्या यह संकेत है कि कोहली की कप्तानी नोटिस पीरियड में है? क्या रोहित शर्मा की वन-डे क्रिकेट में मज़बूत दावेदारी से उनको चुनौती नहीं मिल रही है?
अब देखिये न, बोर्ड सचिव जय शाह ने किस तरह से कोहली के सामने धर्म-संकट की स्थिति पैदा कर दी। बेहद सोच-समझ कर कोहली और रवि शास्त्री के सामने महेंद्र सिंह धोनी जैसा हाथी ड्रेसिंग रूम में लाकर बिठा दिया। इसकी एक वजह थी क्योंकि शाह को कुछ खिलाड़ियों ने साफ़-साफ़ कहा था कि अगर इस जोड़ी यानी कि कोहली-शास्त्री की निरंकुशता पर लगाम लगानी है तो सिर्फ़ और सिर्फ़ धोनी की मौजूदगी ही ऐसा कर सकती है।
अब, विडंबना देखिये कि कोहली अगर पहली बार वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब होते हैं तो जीत का सेहरा मास्टर-माइंड धोनी को जायेगा लेकिन हारे तो फिर से आलोचना कोहली की ही होगी। यानी चित्त भी मेरी और पट्ट भी मेरी और इस चाल में फंस गए कोहली!