भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने मंगलवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का एलान कर दिया है। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। रैना ने कहा कि अपने देश और अपने राज्य उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए बेहद सम्मान की बात रही। उन्होंने अपने सभी समर्थकों का भी शुक्रिया अदा किया है।
रैना अब 10 सितंबर से शुरू होने जा रही रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में खेलेंगे। रैना ने बताया है कि उनसे इस बारे में श्रीलंका, सऊदी अरब और दक्षिण अफ्रीका की ओर से संपर्क किया गया है लेकिन अभी उन्होंने इसे लेकर कोई फैसला नहीं किया है। रैना ने अगस्त 2020 में महेंद्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान करने के कुछ ही देर बाद अपने भी संन्यास का एलान कर दिया था।
सुरेश रैना 2011 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
रैना बाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज थे और कभी-कभी ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते थे। वह भारत के सबसे दूसरे युवा कप्तान भी रहे हैं। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में गुजरात लायंस की भी कप्तानी की थी और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बतौर उप कप्तान भी वह खेल चुके हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में 27 नवंबर 1986 को जन्मे सुरेश रैना हाल फिलहाल में गाजियाबाद के राजनगर इलाके में रहते हैं। क्रिकेट खेलने की इच्छा लेकर साल 2000 में रैना मुरादनगर से लखनऊ चले गए थे। कुछ वक्त बाद वह उत्तर प्रदेश में अंडर 16 टीम के कप्तान बने और इसके बाद धीरे-धीरे अंडर-19 भारतीय टीम का हिस्सा रहते हुए उन्होंने शानदार क्रिकेट खेली।
साल 2003 में उन्होंने उत्तर प्रदेश की ओर से असम के खिलाफ खेलते हुए रणजी ट्रॉफी का पहला मैच खेला। साल 2004 में उन्हें अंडर-19 विश्व कप के लिए चुना गया जहां उन्होंने तीन अर्धशतक लगाए और इसके बाद उन्हें बॉर्डर-गावस्कर स्कॉलरशिप से सम्मानित किया गया।
बेस्ट फील्डर का सम्मान
सुरेश रैना को बीसीसीआई ने आईपीएल 2010 में बेस्ट फील्डर के सम्मान से नवाजा था। आईपीएल 2018 में जब वह चेन्नई सुपर किंग्स में वापस लौटे थे तब उन्हें 11 करोड़ में खरीदा गया था लेकिन साल 2022 में आईपीएल खिलाड़ियों के लिए लगी बोली में उन्हें किसी भी क्रिकेट टीम ने नहीं खरीदा था और इसके बाद वह बतौर कमेंटेटर दिखाई दिए थे।
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