साल 2008 से लेकर 2012 तक पाँच साल के दौरान मुंबई इंडियंस ने सचिन तेंदुलकर से लेकर रिकी पोंटिंग तक को कप्तानी की ज़िम्मेदारी दी, लेकिन दोनों दिग्गजों में से कोई भी टीम को ख़िताब नहीं जीता पाया। एक साल मौका तो हरभजन सिंह को भी दिया गया, लेकिन जैसे ही पोंटिंग ने अचानक ही ख़राब फॉर्म के चलते कप्तानी से हटने का फ़ैसला किया और बागडोर रोहित शर्मा को दे दी, तो ना सिर्फ मुंबई की किस्मत बदली बल्कि आईपीएल में एक नया इतिहास भी रच दिया गया।
आईपीएल : ‘विराट-कप्तानी’ युग के अंत की शुरुआत ‘पंत-प्रभुत्व’ के अध्याय से?
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- 5 Apr, 2021

पिछले 13 सीज़न में दिल्ली के पास एक से बढ़कर एक कप्तान (वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, माहेला जयावर्द्धने) और दिग्गज खेले, लेकिन यह टीम चैंपियन कभी नहीं बन पाई। पिछले साल दिल्ली ने श्रेयस अय्यर की कप्तानी में दिलेर खेल दिखाया और कप जीतने की उम्मीदें भी जगायीं। अब पंत को अपनी टीम को वह आखिरी सीढ़ी चढ़ानी है।
अब तक रोहित की कप्तानी में यह टीम सबसे ज़्यादा 5 बार ट्रॉफी जीत चुकी है। रोहित की बल्लेबाज़ी में एक अलग तरह का निखार तो आया ही है उनकी कप्तानी ने हर किसी को इस कदर प्रभावित किया कि वह विराट कोहली के तगड़े विकल्प के तौर पर देखे जाने लगे।