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फ़ोटो क्रेडिट - @TheHockeyIndia

ओलंपिक : भारतीय महिला हॉकी टीम अर्जेंटीना से हारी, कांस्य के लिए खेलेगी

टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत और अर्जेंटीना के बीच हुए हॉकी के सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में भारत को हार मिली है। अर्जेंटीना ने भारत को 2-1 से हरा दिया है। भारत की महिला टीम ने अर्जेंटीना को जमकर टक्कर दी। भारतीय टीम अब कांस्य पदक के लिए ब्रिटेन से भिड़ेगी। 

बुधवार को ही मुक्केबाज़ लवलीना बोरगोहेन को भी बॉक्सिंग मुक़ाबले में हार मिली। हालांकि वह कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं। टर्की की खिलाड़ी ने लवलीना को सेमीफ़ाइनल में हराया। लवलीना बोरगोहेन मूल रूप से असम की रहने वाली हैं। 

इससे पहले भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु ने कांस्य पदक जीता था। उन्होंने चीन की खिलाड़ी बिंग जिआओ को सीधे सेटों में मात दी थी। 

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भारत के रवि कुमार दहिया 57 किग्रा. कुश्ती के मुक़ाबले में फ़ाइनल में पहुंच गए हैं जबकि दीपक पूनिया को 86 किग्रा. कुश्ती के सेमीफ़ाइनल में हार मिली है। 
india argentina hockey match in Tokyo Olympics 2020 - Satya Hindi

दहिया ने दिखाया दम

पहलवान रवि दहिया ने बुधवार को जबरदस्त दमखम दिखाया। दहिया ने सुबह कोलंबिया के पहलवान को 13-2 से हराया था। इसके कुछ देर बाद क्वार्टर फाइनल में बुल्गारिया के पहलवान को 14-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। 

सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के नुरिसलाम सनायेव को 9-7 से हराकर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। उनके फ़ाइनल में पहुंचते ही सोनीपत के उनके गांव नाहर में जश्न का माहौल है। रवि के पिता राकेश दहिया पेशे से किसान हैं। 

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चानू ने जीता था पहला पदक

टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए पहला पदक वेटलिफ़्टर मीराबाई चानू ने जीता था। मणिपुर की रहने वालीं मीराबाई चानू ने यह पदक 49 किग्रा वर्ग में जीता था। भारत को वेटलिफ़्टिंग में 21 साल बाद कोई पदक मिला था। चानू की इस जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सहित तमाम नेताओं ने उन्हें बधाई दी थी और अपने गृह राज्य मणिपुर पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत हुआ था। 

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क़मर वहीद नक़वी
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