1987 वर्ल्ड कप के लिए एलन बोर्डर की कप्तानी और बॉब सिंपसन की कोचिंग में जिस ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारतीय उप-महाद्वीप का दौरा किया, उसको कंगारुओं ने अपने वन-डे इतिहास की सबसे कमज़ोर टीम माना था और इसलिए मीडिया दल से सिर्फ़ एक टीम आयी थी। कोई उम्मीद ही नहीं थी कि ऑस्ट्रेलिया उस टूर्नामेंट में कुछ कर भी सकता है। मशहूर क्रिकेट लेखक पीटर रॉबक ने अपनी किताब ‘इन इट टू विन इट’ में उस घटना का दिलचस्प अंदाज़ में ज़िक्र किया है जो दरअसल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के प्रभुत्व पर लिखी गई है।