भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच को लेकर हुआ विवाद थमता नहीं दिख रहा है। भारत ने आज पाकिस्तान की ओर से एशिया कप को लेकर अगले साल आईसीसी विश्व कप से हटने की धमकी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, 'आप भारत को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते हैं।' उन्होंने कहा कि सभी शीर्ष टीमें विश्व कप के लिए आएँगी।
दरअसल, इस विवाद की शुरुआत एशिया कप को लेकर बीसीसीआई के सचिव और एशियन क्रिकेट काउंसिल यानी एसीसी के प्रमुख जय शाह के बयान के बाद हुई। उन्होंने मंगलवार को कहा था कि भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर नहीं जाएगी और टूर्नामेंट न्यूट्रल वेन्यू पर खेला जाएगा। उनका यह बयान तब आया था जब उससे पहले बीसीसीआई के सर्कुलर में इस बात का ज़िक्र था कि एशिया कप 2023 के लिए भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर जा सकती है, लेकिन टीम को सरकार से अनुमति लेनी होगी।
इस मामले में जय शाह के बयान के बाद ही पाकिस्तान की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी के पत्र में कहा गया कि भारत का ये फ़ैसला अगले साल भारत में ही होने वाले वनडे विश्व कप में पाकिस्तान टीम की भागीदारी को प्रभावित कर सकता है।
पीसीबी ने कहा था कि जय शाह की टिप्पणी एकतरफा थी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय को विभाजित कर सकती है। इसने यह भी कहा कि एशिया कप को पाकिस्तान से बाहर ले जाने से विश्व कप की तरह के भारत में भविष्य के इवेंट पर असर पड़ सकता है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि एशिया कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान दौरे को लेकर गृह मंत्रालय फ़ैसला करेगा।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'संभावनाएँ हमेशा होती हैं। किसने सोचा था कि कोविड-19 होगा? कुछ भी हो सकता है लेकिन संभावनाएँ (पाकिस्तान की यात्रा करने वाली भारतीय टीम की) ज्यादा नहीं हैं। यह एक निर्णय है जो गृह मंत्रालय द्वारा लिया जाएगा। कुल मिलाकर, खिलाड़ियों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मामला है।'
पाकिस्तान पिछले साल से घरेलू स्तर पर शीर्ष अंतरराष्ट्रीय टीमों की मेजबानी कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों ने हाल ही में देश का दौरा किया है। हालाँकि, भारत हाल के वर्षों में आतंकवादी हमलों के बाद से दोनों देशों के बीच ख़राब हुए रिश्तों के बाद से पाकिस्तान की सरजमीं पर अपनी क्रेकेट टीम को नहीं भेजता रहा है।
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