गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली लौटने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। वे पिछले चार-पांच दिनों से यूपी में डटे हुए हैं। आज उन्नाव, मुरादाबाद, अलीगढ़ में तीन रैली और लखनऊ में बैठक करने के बाद वो अयोध्या जा रहे हैं। कल सारा दिन अयोध्या में रहेंगे। अभी चुनाव के तारीख की घोषणा नहीं हुई है लेकिन जिस तरह एक-एक दिन में वो तीन-तीन रैलियां कर रहे हैं, वो बताता है कि बीजेपी किसी भी तरह यूपी का किला जीतना चाहती है।
यूपी को लेकर अमित शाह की छटपटाहट क्या बताती है?
- राजनीति
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- 30 Dec, 2021
गृह मंत्री दिल्ली का मखमली गद्दा छोड़कर यूपी में डटे हुए हैं। उनकी ताबड़तोड़ रैलियों में भीड़ भी खूब जुट रही है लेकिन इसके बावजूद वो यूपी में बीजेपी की जीत को लेकर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। इसीलिए आज से उनके भाषण का अंदाज भी बदल गया। हालात ये हैं कि उन्हें चुनाव का मैनजमेंट ठीक करने के लिए रोजाना बैठकें करना पड़ रही हैं।

अभी
तक मोदी और अमित शाह के जो बयान हिन्दू-मुसलमान-पाकिस्तान को लेकर आए हैं,
उनका बहुत खास असर यूपी के मतदाताओं पर पड़ता नहीं दिख रहा है। इसलिए
बयानों की भाषा अब बदल रही है। आज ही उसकी झलक अमित शाह की रैली में दिखी।
अमित शाह की रैलियां ये भी बताती हैं कि इस बार बीजेपी को यूपी में कड़ा
मुकाबला करना पड़ रहा है। ध्रुवीकरण की तमाम कोशिशों के बावजूद वो जीत के
प्रति आश्वस्त नहीं लग रही है। इसलिए अमित शाह अब माइक्रो लेवल की बैठकें
कर रहे हैं।