सुबह के साढ़े सात बजे थे। अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी के नेता विनय कटियार के घर फ़ोन की घंटियाँ बजीं। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव लाइन पर थे। उन्होंने थोड़ी-सी घबराई आवाज़ में पूछा, ‘किसी गड़बड़ी की आशंका तो नहीं है? सब कुछ नियंत्रण में तो है?’ कटियार ने उन्हें आश्वस्त किया कि सब कुछ क़ाबू में है, बाबरी मसजिद से तीन सौ मीटर की दूरी पर लोग जमा रहेंगे, प्रतीकात्मक कारसेवा कर घर लौट जाएँगे।