केरल हाईकोर्ट ने मंगलवार को एक खबर पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्यवाही शुरू की, जिसमें कहा गया है कि कोचीन देवस्वम बोर्ड के प्रबंधन के तहत पूर्णनाथरायसा मंदिर, त्रिपुनिथूर में 'पंथरंडु नमस्कारम' के हिस्से के रूप में, भक्तों को 12 ब्राह्मणों के पैर धोने पड़ते हैं। यह काम यहां आने वाले भक्तों को अपने पापों के प्रायश्चित के रूप में करना पड़ता है।



जस्टिस अनिल के. नरेंद्रन और जस्टिस पी.जी. अजित कुमार की खंडपीठ ने बोर्ड को नोटिस जारी कर दिया है।