तीन राज्यों में हारने के बाद कांग्रेस का क्या होगा ? क्या वो पहले की तरह सिकुड़ जायेगी ? क्या उसका मनोबल टूट जायेगा ? क्या इंडिया गठबंधन में उसकी भूमिका सिमट जायेगी ?

कांग्रेस तीन राज्यों के चुनाव में अपनी हार की समीक्षा कर रही है। लेकिन वरिष्ठ पत्रकार और सत्य हिन्दी के संपादक आशुतोष का विश्लेषण है कि कांग्रेस को अभी हताश होने की जरूरत नहीं है। इन तीन राज्यों में उसे कम से कम 40 फीसदी वोट तो मिले ही हैं। कांग्रेस को सिर्फ इंडिया गठबंधन के दलों को साथ लेकर विपक्ष की बड़ी भूमिका के लिए खुद को तैयार करना होगा। पढ़िएः
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।