देश की सर्वोच्च संवैधानिक संस्था संसद से जिन 146 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था उन्हें अब क्या करना चाहिए ? क्या उन्हें ऐसा मान लेना चाहिए कि वे अब सांसद नहीं रहे ? संसदीय लोकतंत्र के भविष्य को लेकर निराश हो जाना चाहिए ? क्या इस बात की कोई गारंटी है कि बजट सत्र जब भी आयोजित होगा उन्हें इसी तरह के निलंबन का अपमान फिर से नहीं झेलना पड़ेगा ? निलंबित किए गए सांसद सिर्फ़ हाड़-मांस के पुतले मात्र नहीं हैं ! वे देश की लगभग एक-चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं !
विपक्षी सांसदों का निलंबन जनता के लिए चेतावनी है?
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
संसद से 146 सांसदों के निलंबन ने कई आशंकाओं को जन्म दिया है। यह निलंबन क्या सिर्फ राजनीतिक दलों के लिए चेतावनी है या फिर इसमें जनता के लिए भी कोई संदेश छिपा है। क्या भारतीय राजनीति विपक्ष मुक्त संसद की तरफ बढ़ रही है। ऐसे ही सवालों को उठाते हुए वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग की टिप्पणीः
