5 अप्रैल 2020 और 9 सितंबर 2020 की दो तारीख़ें ऐतिहासिक रहीं और रहेंगी। दोनों ही अवसरों पर रात 9 बजकर 9 मिनट पर समान तरह का एक्शन देखने को मिला। यह एक्शन था अपने-अपने घरों की बत्ती बुझाना यानी अंधेरा करना, फिर दीये जलाना यानी रोशनी करना। एक का आह्वान प्रधानमंत्री ने किया था, दूसरे का आह्वान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने। एक दीपोत्सव का घोषित मक़सद कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में एकजुटता का इज़हार था तो दूसरे दीपोत्सव का मक़सद रहा बेरोज़गारों की लड़ाई में एकजुटता का इज़हार।