कोरोना के बहाने आजकल सभी को अपनी पीठ थपथपाने का मौक़ा मिल गया है। यह मौक़ा सही हो भी जाता, अगर मरकज़ निजामुद्दीन में तब्लीग़ी जमात से जुड़ा यह कांड न हुआ होता। कांड तो और भी हुए हैं लेकिन इस मुश्किल वक्त में शायद उनकी ओर किसी को देखने की फुरसत नहीं है या फिर जानबूझ कर देखा ही नहीं जा रहा।
कोरोना: तब्लीग़ी जमात के कार्यक्रम के लिये केंद्र के साथ केजरीवाल भी जिम्मेदार!
- विचार
- |
- |
- 29 Mar, 2025

तमाम पाबंदियों के लगे होने के बावजूद मरकज़ निज़ामुद्दीन में हुए तब्लीग़ी जमात के कार्यक्रम के लिये कौन जिम्मेदार है?
मरकज़ निजामुद्दीन की घटना के लिए किसे दोष दिया जाए और कौन इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार होगा, यह सवाल सभी के दिमाग में है। हैरानी की बात यह है कि देश की राजधानी में एक अंतरराष्ट्रीय समारोह हो जिसमें 8 से 9 हज़ार लोग शामिल हों, कई देशों से प्रतिनिधि उसमें आ जाएं, देश के हर हिस्से से लोग उसमें शिरकत करें और किसी को कानों-कान ख़बर तक नहीं हो। तो फिर ऐसी अंधेरगर्दी-चौपट राजा वाली स्थिति भारत में ही हो सकती है।