ऐसा लगता है कि बढ़ती जनसंख्या की समस्या पर काबू पाने और दो संतान के फ़ॉर्मूले को लागू करने की दिशा में केन्द्र सरकार फूँक-फूँक कर क़दम रख रही है। इसका संकेत असम में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के उस निर्णय से मिलता है जिसमें एक जनवरी, 2021 से दो से अधिक संतान वालों को सरकारी नौकरियाँ नहीं दी जाएँगी।
चुनावी नफ़ा-नुक़सान भाँपने के लिए बीजेपी असम में लाई दो संतान का फ़ॉर्मूला?
- विचार
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- 23 Oct, 2019

ऐसा लगता है कि बढ़ती जनसंख्या की समस्या पर काबू पाने और दो संतान के फ़ॉर्मूले को लागू करने की दिशा में केन्द्र सरकार फूँक-फूँक कर क़दम रख रही है।
असम सरकार ने भले ही इसे एक जनवरी, 2021 से लागू करने का निर्णय लिया है लेकिन यह शुद्ध रूप से राज्य विधानसभा के चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया राजनीतिक फ़ैसला है। राज्य विधानसभा के चुनाव मार्च-अप्रैल 2021 में होने हैं।
हो सकता है कि असम की सर्बानंद सोनोवाल सरकार राज्य विधानसभा के लिए 2021 में होने वाले चुनावों से पहले सरकारी नौकरियों के लिए ‘हम दो हमारे दो’ के सिद्धांत पर अमल करके राजनीतिक लाभ प्राप्त करना चाहती हो। इसकी सफलता और असफलता का फ़ैसला तो समय करेगा।