पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद ममता बनर्जी अलग अंदाज में हैं। वे अपने प्रदेश के पत्रकारों से कह रही हैं कि अगर उन्हें विज्ञापन चाहिए तो सरकार के पक्ष में लिखें। इतना ही नहीं, वे उनसे कहती हैं कि ज़िला मजिस्ट्रेट के दफ्तर में पॉजिटिव खबरों वाले अंक जमा करें। फिर उन्हें विज्ञापन मिलेंगे। यानी यदि आप सरकार की आलोचना करते हैं तो सरकार से मदद की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
ममता बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, विज्ञापन चाहिए तो सरकार के पक्ष में लिखो
- विचार
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- 31 Jan, 2021

पत्रकारिता समय-समय पर आंखें खोलने या सरकार की असफलताओं को उजागर करती है। यदि उसने यह काम रोक दिया तो हुक़ूमत कर रहे राजनेता को पता भी नहीं चलेगा कि कब उसके पैरों के नीचे से जाजम खिसक गई। ममता बनर्जी के साथ यह शुरुआत हो चुकी है।
ममता ने यह बात बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उनका यह व्यवहार मुझे आपातकाल के दिनों की याद दिला रहा है।