ऐसे तो अपने पत्रकारिता के कार्यकाल में अनेक बड़ी-बड़ी हस्तियों से निकट से मिलने और उनके साथ यात्राएँ करने का अवसर मिला– किन्तु एक यात्रा ऐसी रही जिसे मैं आज तक भूल नहीं पाई हूँl वह थी जयप्रकाश नारायण के साथ उनके गाँव की यात्रा–