विख्यात इंफोसिस के सुप्रीमो रमेश नारायण मूर्ति का उवाच है कि अब कर्मचारियों से 70 घंटे काम लिया जाना चाहिए। उनकी तान में तान मिलाते हुए प्रसिद्ध एल एंड टी के चेयरमैन एस एन सुब्रह्मण्यन का नायाब प्रस्ताव है कि विश्व में भारत को ’नंबर वन’ बनाने के लिए कर्मचारियों  से 90 घंटे काम लिया जाना चाहिए। दोनों के अजीबों गरीब तर्क हैं। नारायण मूर्ति स्वयं को करुणाशील पूंजीपति कहते हैं, लेकिन साथ ही वामपंथी भी मानते हैं। वहीं, सुब्रह्मण्यन  हास्यास्पद तर्क के साथ कहते हैं कि कर्मचारियों को रविवार के रोज़ भी काम करना चाहिए क्योंकि वे अपने घरों में पति–पत्नी कब तक परस्पर घूरते रहेंगे?