देश की जानी-मानी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) के चेयरमैन और एमडी 90 घंटे काम की वकालत कर रहे हैं। यानी कोई साप्ताहिक अवकाश नहीं। इससे पहले इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने सप्ताह में 70 घंटे काम करने की वकालत की थी। देश के कारोबारियों का एक बड़ा वर्ग इनका समर्थन भी कर रहा है। करोड़ों की सैलरी उठाने वालों के मुंह से ऐसी बातें ज्यादा निकल रही हैं। लेकिन क्या इसके जरिये भारत को कॉरपोरेट गुलामी की ओर धकेला जा रहा है। क्या प्रस्तावित श्रम कानूनों से भी इसका संबंध है।